SECTION 287 IPC IN HINDI पूरी जानकारी

आईपीसी की धारा 287 क्या है What is section 287 of IPC

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं आईपीसी की धारा  के 287 बारे में क्या होती है 287 धारा आईपीसी की और इसमें क्या-क्या प्रावधान दिए गए हैं इन सब विषयों के बारे में आज हम इस लेख के माध्यम से आप लोगों को कानूनी जानकारी से अवगत कराने वाले हैं हमारा हमेशा से ही प्रयास रहा है कि ज्यादा से ज्यादा कानूनी जानकारियां आप लोगों तक पहुंचाता रहूं

आईपीसी धारा 287 मशीनरी के सम्बंध में उपेक्षापूर्ण आचरण IPC Section 287 Negligent conduct in relation to machinery

 जो कोई किसी मशीनरी से कोई कार्य ऐसे उतापलेप या उपेक्षा से करेगा, जिससे मानव जीवन संकटापन्न हो जाए या जिससे किसी अन्य व्यक्ति को उपहति या क्षति कारित होना सम्भाव्य हो, 

अथवा अपने कब्जे में की या अपनी देखरेख के अधीन की किसी मशीनरी की ऐसी व्यवस्था करने का, जो ऐसी मशीनरी से मानव जीवन को किसी अधिसम्भाव्य संकट से बचाने के लिए पर्याप्त हो, जानते हुए या उपेक्षापूर्वक लोप करेगा, 

वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि छह मास तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, जो एक हजार रुपए तक का हो सकेगा, या दोनों से, डण्डित किया जाएगा । 

आईपीसी धारा 287 का विवरण Details of IPC Section 287

धारा 284से लेकर धारा 289 तक के अंतर्गत अपराधों की प्रकृति समान है मशीनरी के सम्बंध में उपेक्षापूर्ण आचरण धारा 287 के अधीन दण्डनीय अपराध है इसके अनुसार, किसी मशीनरी से कोई कार्य जो कोई ऐसे उतावलेपन या उपेक्षा से करेगा, जिससे या तो मानव जीवन संकटापन्न हो जाए

या किसी अन्य व्यक्ति को उपहति या क्षति कारित होने की संभावना हो, अथवा अपने कब्जे में की  या अपनी देखरेख के अधीन की किसी मशीनरी की ऐसी व्यवस्था करने का, जो ऐसी मशीनरी से मानव जीवन को किसी अधिसम्भाव्य संकट से बचाने के लिए पर्याप्त हो, जानते हुए या उपेक्षापूर्वक लोप करेगा, वह छह मास तक के सादा या कठिन कारावास से, या एक हजार रुपए तक के जुर्माने से, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा ।

इस धारा के अंतर्गत अभियुक्त के द्वारा मशीनरी से कोई कार्य किया गया होना चाहिए । ऐसा कार्य उतावलेपन या उपेक्षा से किया गया होना आवश्यक है ऐसे कार्य से या तो मानव जीवन संकटापन्न हो जाता है या किसी अन्य व्यक्ति को उपहति या क्षति कारित होने की संभावना हो ।

यदि परिस्थिति ऐसी न हो तो अभियुक्त के द्वारा अपने कब्जे में की या अपने देखरेख के अधीन  की किसी मशीनरी की ऐसी व्यवस्था करने का, जो ऐसी मशीनरी से मानव जीवन को किसी अधिसम्भाव्य संकट से बचाने के लिए पर्याप्त हो, जानते हुए या उपेक्षापूर्वक लोप किया जाना आवश्यक है। 

इस धारा के अधीन अपराध संज्ञेय, जमानतीय और अशमनीय है, और यह किसी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है ।

साथियों इसी के साथ हम अपने लेख को समाप्त करते हैं हम आशा करते हैं हमारा यह एक आपको पसंद आया होगा तथा समझने योग्य होगा अर्थात धारा 287 आईपीसी की जानकारी आप को पूर्ण रूप से हो गई होगी 

 कानूनी सलाह लेने के लिए अथवा पंजीकृत करने के लिए किन-किन दस्तावेजों की जरूरत होती है  इन सभी सवालों से जुड़ी सारी जानकारी इस लेख के माध्यम से हम आज आप तक पहुंचाने की पूरी कोशिश किए हैं

अगर आपको इस सवाल से जुड़ी या किसी अन्य कानून व्यवस्था से जुड़ी जैसे आईपीसी, सीआरपीसी सीपीसी इत्यादि से जुड़ी किसी भी सवालों की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बेझिझक होकर कमेंट कर सकते हैं और आपके सवालों के उत्तर को हम जल्द से जल्द देने का हम पूरा प्रयास करेंगे।

अगर आप हमारे जानकारी से संतुष्ट है तो आप हमारे ब्लॉग पेज mylegaladvice.in को लाइक करिए तथा अपने दोस्तो के साथ इस आर्टिकल को शेयर करिए जिससे उन्हें भी इस धारा 287 आईपीसी  की जानकारी प्राप्त हो सके और किसी जरूरतमंद की मदद हो जायेगी

 

Leave a Comment