Section 352 ipc in hindi पूरी जानकारी

आईपीसी की धारा 352 क्या है > 

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं आईपीसी की धारा 370 के बारे में क्या होती है 370 धारा आईपीसी की और इसमें क्या-क्या प्रावधान दिए गए हैं इन सब विषयों के बारे में आज हम इस लेख के माध्यम से आप लोगों को कानूनी जानकारी से अवगत कराने वाले हैं हमारा हमेशा से ही प्रयास रहा है कि ज्यादा से ज्यादा कानूनी जानकारियां आप लोगों तक पहुंचाता रहूं

आईपीसी की धारा 352 के अनुसार जो कोई उस व्यक्ति द्वारा गंभीर और अचानक उकसावे के अलावा किसी अन्य व्यक्ति पर हमला करता है या आपराधिक बल का प्रयोग करता है, उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास, जिसे तीन महीने तक बढ़ाया जा सकता है, या जुर्माने से जो पांच सौ रुपये तक हो सकता है, दंडित किया जाएगा। या दोनों के साथ।

आईपीसी की धारा 352 का विवरण गंभीर प्रकोपन होने से अन्यथा हमला करने या अपराधिक बल का प्रयोग करने के लिए दण्ड >

जो कोई भी व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति  पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग उस व्यक्ति द्वारा गंभीर ओर अचानक प्रकोपन दिए जाने पर करने से अन्यथा करेगा वह डफोनों मे से किसी भी भाती के कारावास से जिसकी अवधि तीन माह तक की हो सकेगी या जुर्माने से जो पाँच सो रुपये तक का हो सकेगा या दोनों से दंडनीय होगा

इस अपराध के अधीन किसी अपराध के दण्ड मे कमी गंबहेर ओए अचानक प्रकोपन के कारण न होगी यदि वह प्रकोपन अपराध करने के लिए प्रतिहेतु के रूप मे अपराधी द्वारा स्वेछया  प्रकोपित किया गया हो

यदि किसी प्रकोपन किसी एसी बात द्वारा दिया गया हो जो  विधि के पालन मे या किसी लोक सेवक द्वारा एसे लोक सेवक की शक्ति के विधी पूर्ण  प्रयोग मे की गई हो

यदि वह प्रकोपन किसी एसी बात द्वारा दिया गया हो जो प्राइवेट प्रतिरक्षा के अधिकारत के विधि पूर्ण प्रयोग मे की गई हो

 Section 352 ipc in english 

According to section 352 of Indian penal code, Whoever assaults or uses criminal force to any person otherwise than on grave and sudden provocation given by that person, shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to three months, or with fine which may extend to five hundred rupees, or with both.

साथियों इसी के साथ हम अपने लेख को समाप्त करते हैं हम आशा करते हैं हमारा यह एक आपको पसंद आया होगा तथा समझने योग्य होगा अर्थात धारा 352 आईपीसी की जानकारी आप को पूर्ण रूप से हो गई होगी 

 कानूनी सलाह लेने के लिए अथवा पंजीकृत करने के लिए किन-किन दस्तावेजों की जरूरत होती है  इन सभी सवालों से जुड़ी सारी जानकारी इस लेख के माध्यम से हम आज आप तक पहुंचाने की पूरी कोशिश किए हैं

अगर आपको इस सवाल से जुड़ी या किसी अन्य कानून व्यवस्था से जुड़ी जैसे आईपीसी, सीआरपीसी सीपीसी इत्यादि से जुड़ी किसी भी सवालों की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बेझिझक होकर कमेंट कर सकते हैं और आपके सवालों के उत्तर को हम जल्द से जल्द देने का हम पूरा प्रयास करेंगे।

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