SECTION 150 IPC IN HINDI पूरी जानकारी

आईपीसी की धारा 150 क्या है What is section 150 of IPC

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं आईपीसी की धारा  के 150 बारे में क्या होती है 150 धारा आईपीसी की और इसमें क्या-क्या प्रावधान दिए गए हैं इन सब विषयों के बारे में आज हम इस लेख के माध्यम से आप लोगों को कानूनी जानकारी से अवगत कराने वाले हैं हमारा हमेशा से ही प्रयास रहा है कि ज्यादा से ज्यादा कानूनी जानकारियां आप लोगों तक पहुंचाता रहूं

आईपीसी की धारा 150. विधि विरुद्ध जवाब में सम्मिलित करने के लिए व्यक्तियों का भाड़े पर लेना या भाड़े पर लेने के प्रति मोना नुकूलता

जो कोई किसी व्यक्ति को किसी विधि विरुद्ध जमाव में सम्मिलित होने या उसका सदस्य बनने के लिए भाड़े पर लेगा या वचनबद्ध या नियोजित करेगा या भाड़े पर लिए जाने का, वचन बद या नियोजित करने का सह परिवर्तन करेगा या उसके प्रति मोना अनुकूल बना रहेगा,

वह ऐसे विधि विरुद्ध जमाव के सदस्य के रूप में, और किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा ऐसे विधि विरुद्ध जमाव के सदस्य के नाते ऐसे भाड़े पर लेने, वचन बद या नियोजन के अनुसरण में किए गए किसी भी अपराध के लिए उसी प्रकार दंडनीय होगा, मानो वह ऐसे विधि विरुद्ध जमाव का सदस्य रहा था या ऐसा अपराध उसने स्वयं किया था।

आईपीसी की धारा 150 का विवरण

यह धारा उन व्यक्तियों को दंडित करते हैं जो विधि विरुद्ध जमाव में सम्मिलित करने के लिए व्यक्तियों को भाड़े पर लेते हैं या भाड़े पर लाने के प्रति मोना अनुकूल बने रहते हैं। इसके अनुसार, जो कोई या तो किसी व्यक्ति को किसी विधि विरुद्ध जमाव में सम्मिलित होने या उसका सदस्य बनने के लिए भाड़े पर ले जाया वचन बद या नियोजित करेगा,

या भाड़े पर लिए जाने का वचन बद या नियोजित करने का से परिवर्तन करेगा या उसके प्रति मोना पुल बना रहेगा, वैसे विधि विरुद्ध जमाव के सदस्य के रूप में, और किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा ऐसे विधि विरुद्ध जमाव के सदस्य के नाते ऐसे भीड़ पर लेने, वचन बद या नियोजन के अनुसरण में किए गए किसी भी अपराध के लिए उसी प्रकार दंडनीय होगा,

मानोगे ऐसे विधि विरुद्ध जमाव का सदस्य रहा था या ऐसा अपराध उसने स्वयं किया था। ‘भाड़े पर लेना’ का अर्थ मूल्य देकर किसी की सेवाएं या उपयोग प्राप्त करना है, ‘वचनबद्ध करेगा’ का अर्थ सेवा के लिए पक्का करना ‘नियोजित करेगा’ का अर्थ साधन या अभिकर्ता के रूप में उपयोग करना, ‘से परिवर्तन ‘करेगा का अर्थ प्रगति को बढ़ावा देना और ‘मोना अनुकूल बना रहना’ का अर्थ सहमति देना है।

इस धारा के अधीन अपराध संज्ञेय और अशमनीय है।

साथियों इसी के साथ हम अपने लेख को समाप्त करते हैं हम आशा करते हैं हमारा यह एक आपको पसंद आया होगा तथा समझने योग्य होगा अर्थात धारा 150 आईपीसी की जानकारी आप को पूर्ण रूप से हो गई होगी 

 कानूनी सलाह लेने के लिए अथवा पंजीकृत करने के लिए किन-किन दस्तावेजों की जरूरत होती है  इन सभी सवालों से जुड़ी सारी जानकारी इस लेख के माध्यम से हम आज आप तक पहुंचाने की पूरी कोशिश किए हैं

अगर आपको इस सवाल से जुड़ी या किसी अन्य कानून व्यवस्था से जुड़ी जैसे आईपीसी, सीआरपीसी सीपीसी इत्यादि से जुड़ी किसी भी सवालों की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बेझिझक होकर कमेंट कर सकते हैं और आपके सवालों के उत्तर को हम जल्द से जल्द देने का हम पूरा प्रयास करेंगे।

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