SECTION 26 IPC IN HINDI पूरी जानकारी

 

 

आईपीसी की धारा 26 क्या है What is section 26 of IPC

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं आईपीसी की धारा 26 के बारे में क्या होती है 26 धारा आईपीसी की और इसमें क्या-क्या प्रावधान दिए गए हैं इन सब विषयों के बारे में आज हम इस लेख के माध्यम से आप लोगों को कानूनी जानकारी से अवगत कराने वाले हैं हमारा हमेशा से ही प्रयास रहा है कि ज्यादा से ज्यादा कानूनी जानकारियां आप लोगों तक पहुंचाता रहूं

आईपीसी धारा 26 विश्वास करने का कारण –

कोई व्यक्ति किसी बात के ” विश्वास करने का कारण ” रखता है, यह तब कहा जाता है, जब वह उस बात के विश्वास करने का पर्याप्त हेतुक रखता है, अन्यथा नहीं । 

आईपीसी धारा 26 का विवरण – 

अभिव्यक्ति ‘ स्पष्ट करने का कारण ‘ की परिभाषा से यह स्पष्ट है कि स्पष्ट करने का कारण के लिए यह आवश्यक है कि विश्वास करने का पर्याप्त हेतुक भी हो। अतः इस अभिव्यक्ति के अंतर्गत संदेह और संदिग्धता के आधार पर किया हुआ विश्वास सम्मिलित नहीं है। विश्वास करने के कारण के अंतर्गत युक्तियुक्त परिस्थितियां, दशाएं या औचित्य का होना आवश्यक है जिसके कारण व्यक्ति विशिष्ट प्रकार से विश्वास करता है। 

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साथियों इसी के साथ हम अपने लेख को समाप्त करते हैं हम आशा करते हैं हमारा यह एक आपको पसंद आया होगा तथा समझने योग्य होगा अर्थात धारा 26 आईपीसी की जानकारी आप को पूर्ण रूप से हो गई होगी 

कानूनी सलाह लेने के लिए अथवा पंजीकृत करने के लिए किन-किन दस्तावेजों की जरूरत होती है  इन सभी सवालों से जुड़ी सारी जानकारी इस लेख के माध्यम से हम आज आप तक पहुंचाने की पूरी कोशिश किए हैं

अगर आपको इस सवाल से जुड़ी या किसी अन्य कानून व्यवस्था से जुड़ी जैसे आईपीसी, सीआरपीसी सीपीसी इत्यादि से जुड़ी किसी भी सवालों की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बेझिझक होकर कमेंट कर सकते हैं और आपके सवालों के उत्तर को हम जल्द से जल्द देने का हम पूरा प्रयास करेंगे।

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