Rent Agreement (किरायानामा) क्या होता है 1 पूरी जानकारी

नमस्कार दोस्तो

आज हम देखते हैं Rent Agreementयानी किरायानामा क्या होता है Rent Agreement किस लिए काम आता है और किस के काम आता है Rent Agreement क्यों बनाया जाता है इसको बनाने की क्या कारण है और इसको बनाने के लिए क्या-क्या दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है इन सब बातों को आज हम पूर्ण रुप से आपके साथ इस विषय पर चर्चा करेंगे किसी भी व्यक्ति द्वारा अपनी प्रॉपर्टी को किराए पर देने के लिए किराएदार मकान मालिक के मध्य जो इकरारनामा होता है उसे  Rent Agreement कहा जाता है

आजकल बहुत से लोगों के पास एक के अलावा अन्य संपत्तियां भी होती है जैसे मकान कोई दुकान आदि संपत्तियां होती है जिनको किराए पर देकर वह अपनी आए प्राप्त करते हैं उन सबके लिए किरायानामा बनाना अति आवश्यक होता है इसका विस्तार से वर्णन देखते हैं

Rent Agreement (किरायानामा) क्या है ?

Rent Agreement यानी किरायानामा उसे कहते हैं साधारण भाषा में किसी व्यक्ति द्वारा अपनी संपत्ति को किराए पर देने के लिए संपत्ति के मालिक और किराएदार के मध्य इकरारनामा होता है मकान किराए लेने वाले व्यक्ति और मालिक के बीच एक इकरारनामा होता है पहले के समय यह सब मौखिक हुआ करते थे

लेकिन आजकल किराए पर देने से पहले कानूनी प्रक्रिया निभानी पड़ती है जिसे Rent Agreement किरायानामा कहा जाता है जिसमें किराए की राशि वह दिनांक वह किराए पर देने की कुछ शर्ते अंकित होती हैं जोकि कम से कम ₹500 के स्टांप पेपर पर बनाया जाता है और दोनों पक्षकारों के समक्ष बनाया जाता है दोनों पक्षकारों के हस्ताक्षर किराए नामे के ऊपर किए जाते हैं और विधि द्वारा अधिकृत नोटरी पब्लिक द्वारा  Rent Agreement हो अटेस्टेड किया जाता है जिसमें दो गवाहों के भी नाम और हस्ताक्षर और बता अंकित होते हैं इसे Rent Agreement या किरायानामा कहते हैं 

आजकल लोगों के पास एक से अधिक संपत्ति होने पर वह अपनी आय का साधन भी किराया बना लिया जाता है उन लोगों को अधिक जरूरत पड़ती है जिनकी संपत्तियां अधिक है उन व्यक्तियों को रेंट एग्रीमेंट की बहुत जरूरत होती है Rent Agreement  के अंतर्गत सभी शर्तों के अनुसार  Rent Agreement किया जाता है मासिक किराया कितना होगा मेंटेनेंस कितना होगा कितने महीनों तक यह वैलिड रहेगा इन सब का वर्णन उसके अंदर जो कि दोनों पक्ष कार अपनी सहमति से पढ़ कर उस इकरारनामा को किया जाता है

 

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Rent Agreement(किरायानामा)बनाने की प्रक्रिया ?

Rent Agreement या किरायानामा बनने की क्या प्रक्रिया होती है प्रथम दृष्टया मकान मालिक व किराएदार के मध्य एक ऐसा लिखित इकरारनामा होता है जो कि पूर्ण रूप से कानूनी  रूप से होता है जोकि ₹500 के नाम पर ही वैध माना जाता है पहले तेरे नामा ₹50 वह वह ₹100 के स्टांप पर बनाया जाता था लेकिन सरकार द्वारा अब  Rent Agreement या किरायानामा ₹500 के स्टांप पर ही वैध माना जाता है।

जिसे मकान या संपत्ति या कोई दुकान किराए पर लेनी है उसके द्वारा ₹500 का स्टांप विक्रय करना होता है और उस स्थान पर दोनों को मतलब मकान मालिक और किराएदार आपसी सहमति से शर्तें लिखते हैं और दोनों पक्षकारों के उस पर हस्ताक्षर होते हैं और सरकार द्वारा अधिकृत नोटरी पब्लिक द्वारा वह अटेस्टेड किया जाता है जिसमें गांव की भी आवश्यकता होती है इस प्रकार हम पूर्ण रूप से बनवा सकते हैं यह एक कानूनी दस्तावेज होता है कानूनी लड़ाई में भी किराए नामे का या Rent Agreement का बहुत अहम भूमिका होती है।

Rent Agreement या किरायानामा बनाते समय किन किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है ?

  1. रेंट एग्रीमेंट बनाते समय आपको किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है जिनका हम वर्णन निम्न रूप से कर रहे हैं-
  2. किरायानामा बनाते समय सबसे पहले ₹500 का स्टांप पेपर की जरूरत होती है।
  3. दूसरा यह किरायानामा बनाते समय दोनों पक्षकारों के आधार कार्ड ओरिजिनल वे उनकी फोटो प्रति दोनों होना अति आवश्यक है
  4. तीसरा किरायानामा बनाते समय दो गवाहों के ओरिजिनल आईडी प्रूफ की आवश्यकता होती है
  5.  बनाते समय हमें जो सिक्योरिटी पेठे धनराशि या अग्रिम किराया राशि जो Rent Agreement में तय होती है वह राशि साथ में होनी चाहिए।
  6. किराना बनाते समय दोनों पक्षकारों के पासपोर्ट साइज के रंगीन फोटोग्राफ होना अति आवश्यक है जोकि किराए नामे के ऊपर लगाए जाते हैं और अटेस्टेड नोटरी पब्लिक द्वारा करवाया जाता है

Rent Agreement(किरायानामा) बनाते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

रेंट एग्रीमेंट रिया किरायानामा बनाते समय बहुत सी चीजें ऐसी होती है जिनको को ध्यान में रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है कुछ लोग किरायानामा बनाते समय इन चीजों को ध्यान में नहीं रख पाते हैं इसलिए Rent Agreement बनवाने से पहले इन निम्नलिखित बिंदुओं पर हम कुछ चर्चा करेंगे जो निम्न प्रकार से है।

  1. Rent Agreement यह किरायानामा बनाते समय यह ध्यान में रखना चाहिए की स्टांप पेपर ₹500 का ही मान्य होता है कई लोग ₹100 के स्थान पर भी किरायानामा बना लेते हैं लेकिन वह वैध नहीं होता है
  2. Rent Agreement या किराना हो बनाते समय यह भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि आप किरायानामा किस प्रॉपर्टी से संबंधित बना रहे हैं किराया राशि कितना रहेगी प्रॉपर्टी  कहां पर है तुम सब चीजों को किरायानामा के अंदर अंकित करना अति आवश्यक है।
  3. Rent Agreement यह किरायानामा बनाते समय दोनों पक्षकारों के मकान मालिक ने किराएदार के हस्ताक्षर किराना में पर होना अति आवश्यक है वह उसके साथ साथ दो गवाहों के भी हस्ताक्षर निवास स्थान आदि अंकित होना अति आवश्यक है।
  4. Rent Agreement यह किरायानामा बनाते समय यह भी ध्यान रखना चाहिए किराए की राशि अंकित होनी चाहिए सिक्योरिटी राशि कितनी दी वह भी अंकित होनी चाहिए किराएदार द्वारा इन चीजों का उल्लेख इकरार राम है या किराए नामे मैं जरूर होना चाहिए।
  5. Rent Agreement या किरायानामा बनाते समय यह भी ध्यान रखने वाली बात है कि मकान मालिक द्वारा हर वर्ष कितना प्रतिशत किराया बढ़ाया जाएगा यह अंकित करना भी किराए नामे में अति आवश्यक है।
  6. Rent Agreement यह किरायानामा बनाते समय मकान मालिक द्वारा किराएदार हो किन-किन चीजों का उपयोग उपभोग करने देगा यह चीजें किराए नामे के अंतर्गत अंकित होनी चाहिए।
  7. Rent Agreement यह किरायानामा बनाते समय यह ध्यान में रखने वाली बात है कि किराएदार से कोई टूट-फूट होगी तो उसका हर्जाना कौन भरेगा यह बात भी किराए नामे में अंकित होना अति आवश्यक है।
  8. Rent Agreement मकराना में में मकान मालिक द्वारा अगर किराएदार से मकान खाली करवाना है तो 1 महीने पहले सूचित करना होगा यह बात किराएनामे अंकित होना अति आवश्यक है।
  9. Rent Agreement यह किरायानामा बनाते समय यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि किराएदार द्वारा समय पर किराया ना देने पर मकान मालिक कितनी पेलेंटे लगाने का अधिकार है यह किराए नामे के अंदर अंकित होना भी अति आवश्यक है।
  10. Rent Agreement यह किरायानामा बनाते समय यह भी ध्यान रखना चाहिए की बिजली पानी का बिल किराए से अलग होगा या किराए में संलग्न हो रहा इन चीजों का उल्लेख भी किराए नामे में अंकित होना अति आवश्यक है।
  11. Rent Agreement या किरायानामा बनाते समय यह भी ध्यान रखने वाली बातें किस टाइम पेपर 500 का ही मान्य होगा स्टांप एक्ट के अनुसार आजकल ₹500 का स्थान ही वैध माना जाएगा कानूनी रूप से 100 और 50 के स्टाफ मान्य नहीं होंगे।
  12. इस प्रकार इन सब बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए किरायानामा बनवाना चाहिए जो कि हमने पूर्ण रूप से इसका वर्णन कर दिया है

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