नमस्कार दोस्तों
आज हम आपको एक महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराने जा रहे हैं इस लेख के माध्यम से चिकित्सा संबंधी कानून के बारे में बताने जा रहे हैं क्या क्या प्रावधान है मेडिकल प्रोफेशन एक नोबल प्रोफेशन माना जाता है चिकित्सक अपने कौशल से लोगों का इलाज करते हैं और उनकी जान बचाते हैं
दुर्भाग्य से चिकित्सा लापरवाही के मामले में आए दिन हमारे सामने आते रहते हैं जिन डॉक्टर नर्सिंग होम अस्पताल इत्यादि ने लापरवाही से न केवल मरीजों को काफी क्षति पहुंचती है बल्कि कुछ मामले में उनकी मृत्यु भी हो जाती है आइए देखते हैं अगर चिकित्सा में लापरवाही बढ़ती जाती है तो मरीज के पास कौन-कौन सी कार्यवाही करने का अधिकार होता है इन सब के बारे में आज हम विस्तार से चर्चा करने वाले हैं जो निम्न प्रकार से है।
चिकित्सीय लापरवाही से क्या तात्पर्य है?
चिकित्सा लापरवाही से तात्पर्य है अगर डॉक्टर के लिए आवश्यक है कि किसी मरीज का इलाज करते वक्त तो है अपने ज्ञान बुद्धि और कौशल का इस्तेमाल करते हुए ध्यान पूर्वक सतर्कता बरतें यदि डॉक्टर के इलाज में कोई लापरवाही करता है जिसकी वजह से मरीज को क्षति या हानि पहुंचती है तो डॉक्टर चिकित्सा लापरवाही का जिम्मेदार माना जाता है।
मानदंड?
चिकित्सीय लापरवाही के बारे में माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा भी अनेक प्रकार के निर्णय दिए गए हैं और उनमें साफ एवं स्पष्ट रूप से कहा गया है एक डॉक्टर के लिए लापरवाही का तात्पर्य क्या है?
- कोई चिकित्सक केवल इसलिए ही लापरवाह नहीं माना जा सकता कि मरीज के साथ कोई अनहोनी घटना घट गई है किसी मेडिकल प्रैक्टिशनर को तभी जिम्मेदार माना जाएगा जब उसका व्यवहार इस क्षेत्र में बुद्धि संपन्न सक्षम मेडिकल प्रैक्टिशनर के मानदंड में कहीं नीचे रहा हो।
- चिकित्सक लापरवाही का निर्धारण इस बात से होता है कि चिकित्सक ने ऐसी कोई लापरवाही की है जो उस श्रेणी में सामान्य कौशल वाला चिकित्सक भी नहीं करेगा अगर वह सामान्य रूप से सावधान होता अपेक्षित और संतुलित कौशल एकमात्र मानदंड है
चिकित्सक लापरवाही की शिकायत कहां की जा सकती है?
- मेडिकल लापरवाही या चिकित्सा में लापरवाही की शिकायतें आईएमसी अधिनियम के तहत राज्य चिकित्सा परिषद के साथ में की जा सकती है जहां डॉक्टर रजिस्टर्ड या पंजीकृत होते हैं।
- अगर मरीज को लगता है कि वह राज्य परिषद की कार्यवाही से संतुष्ट नहीं है या उसके निर्णय से संतुष्ट नहीं है तो मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का दरवाजा खटखटाया जा सकता है।
चिकित्सा लापरवाही में व्यक्ति के पास कौन-कौन से कानूनी अधिकार प्राप्त है?
उपभोक्ता मंच
- चिकित्सा लापरवाही में व्यक्ति के सर्वप्रथम उपभोक्ता मंच का अधिकार प्राप्त है यानी कि उपभोक्ता न्यायालय में जाने का अधिकार प्राप्त है मरीज की मौत या कोई अन्य हानि होने की स्थिति में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत उपभोक्ता न्यायालय में मुआवजा मांगा जा सकता है।
- भारत देश के माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा सन 1995 में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बनाम वीपी सनाथा में एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया था जिसमें चिकित्सा पेशे को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत लाया गया था।
अपराधिक मुकदमा
दूसरा दिगर मरीज के पास चिकित्सक लापरवाही बरतने के लिए अपराधिक मुकदमा बताया गया है यानी कि अगर कोई चिकित्सक लापरवाही बरतना है तो उसके खिलाफ आपके द्वारा एक आपराधिक मुकदमा भारतीय दंड संहिता यानी कि आईपीसी की धारा 304 337 और 338 के तहत प्रावधान मौजूद हैं इन धाराओं में या इन धाराओं के तहत चिकित्सक को 6 महीने से लेकर 2 साल की सजा अथवा जुर्माना दोनों हो सकते हैं।
धारा 304 आईपीसी में वह मामले आते हैं जिनमें इलाज में डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मृत्यु हो जाती है जबकि धारा 337 और 338 आईपीसी के अंतर्गत व मामले आते हैं जिनमें डॉक्टर या चिकित्सक की लापरवाही से मरीज को नुकसान पहुंचता है।
सिविल मुकदमा
- डॉक्टर की लापरवाही के लिए चिकित्सक की लापरवाही के लिए सिविल केस किया जा सकता है जिसमें अस्पताल नर्सिंग होम हेल्थ सेंटर आदि के खिलाफ मरीज या मरीज के परिवार वालों द्वारा नुकसान एवं क्षति की भरपाई का मुआवजा मांगा जा सकता है।
- डॉक्टर की लापरवाही मैं अपराधिक मुकदमा करने के बजाय सिविल कार्यवाही या सिविल मुकदमा ज्यादा अच्छा होता है और डॉक्टर की सिविल लायबिलिटी को साबित करना काफी आसान होता है।
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आवश्यक सलाह
यह आवश्यक सलाह के रूप में आपको एक बात बताना चाहता हूं जहां भी आप इलाज करवाएं किसी भी हॉस्पिटल में यह किसी भी नर्सिंग होम में यह ध्यान रखें कि वह रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर अस्पताल या क्लीनिक होना चाहिए या वहीं से करवाएं।
जब भी आप कहीं भी अस्पताल में इलाज करवाएं तो उससे इलाज से संबंधित दस्तावेज बिल सभी संभाल कर रखें और वहां से लेकर आएं अगर आपको किसी चिकित्सक लापरवाही का अंदेशा होता है तो संबंधित सबूतों को जुटाने की कोशिश करें
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मेरा नाम दीपेन्द्र सिंह है पेशे से मे एक वकील हू| MYLEGALADVICE ब्लॉग का लेखक हू यहा से आप सभी प्रकार की कानून से संबंद रखने वाली हर जानकारी देता रहूँगा जो आपके लिए हमेशा उपयोगी रहेगी | इसी अनुभव के साथ जरूरत मंद लोगों कानूनी सलाह देने के लिए यक छोटा स प्रयास किया है आशा करता हू की मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी रहे |यदि आपको कोई कानूनी सलाह या जानकारी लेनी हो तो नीचे दिए गए संपर्क सूत्रों के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते है |